Short Poetry

Prashant V Shrivastava

Prashant V Shrivastava is a Hindi Urdu lyricist. Also known as Musafir, Prashant has written over thousand poems. He also has four published books to his credit. Recently, Prashant has started writing lyrics and has about 15 released songs to… Read More ›

Ke Neend Aa Jaaye

हमने सितारों से हाथ हैं जलाये
हमने उजालों से चाँद हैं बुझाये
अये ज़िंदगी अब इतनी इल्तिजा है
इतना थका दे के नींद आ जाये

Qaabil-e-Dushmani

लोग ऐसे हैं के कोई हमनशीं नहीं होता
आदमी की शक्ल में भी कोई आदमी नहीं होता
लौटा दिया जो आए थे दरखास्त लेकर
अब हर कोई तो काबिल-ए-दुश्मनी नहीं होता

Dhoop Ki RaunakeiN

उठ चुकीं हैं देख लो, धूप की रौनक़ें पहले ही
बची हुई रौशनी में, एक शाम कहो तो बना दूँ

Woh AankheiN

वो आँखें भुला दें कैसे कहो
किसी भी ग़ज़ल में उतरती नहीं

जो उठते हैं पलकों के परदे ज़रा
निशाने से पहले ठहरतीं नहीं

Khwaab Dekha Keejiye

फूलों से मिलिये
चाँद से बातें कीजिए
हक़ीक़त में सुंदर होते हैं
ख़्वाब देखा कीजिए