lyrics

Dhoop Ki RaunakeiN

उठ चुकीं हैं देख लो, धूप की रौनक़ें पहले ही
बची हुई रौशनी में, एक शाम कहो तो बना दूँ

Teri Aarzoo

तेरी आरज़ू, तेरी चाह मेंभटकी ना मै, किस राह मेंइतने में मिल जाता ख़ुदातुम यक़ीं करो के नहीं करो

Mai Ashq HooN

उभरना मजबूरी हैछलकने से डरता हूँमै अश्क़ हूँ और मैज़ाहिर होने से डरता हूँ