घुल चुकी है
तुम्हारी आवाज़ की ख़ुशबू
इन हवाओं में
अब हम हर साँस में
तुम्हें सुन सकते हैं
Dard
Yaa Kinara KareiN
तुम्हें किस तरहा से पुकारा करें
कोई नाम लें या इशारा करें
तुम्हारी आँखों से जो रिश्ते हो चले हैं
डूब के जाँ बचाएँ, या किनारा करें
हैरत-ए-तन्हाई
थक गया हूँ मै हर रोज़ की
हैरत-ए-तन्हाई से
इसकी आदत हो जाए
तो कुछ आसानी हो
रस्म
बाक़ायदा मेरे ग़मों की
हर शाम बज़्म होती है
जिसमें तेरी यादें दोहराना
एक लाज़मी सी रस्म होती है
Teri Aarzoo
तेरी आरज़ू, तेरी चाह मेंभटकी ना मै, किस राह मेंइतने में मिल जाता ख़ुदातुम यक़ीं करो के नहीं करो
मानिंद-ए-आईना
बुरे से बुरा, और अच्छे से अच्छा रहता हूँमै अब लोगों में मानिंद-ए-आईना रहता हूँ
Koi Mausam – A soul’s search
While ghazal is a very imaginative form of poetry that leaves the interpretation to the listener, we are sharing a broad meaning of the poetry so that listeners who are not conversant with language can understand the lyrics. कोई मौसम… Read More ›
Oh, Duniya Ka Dar
देखकर भी मुझेमोड़ ली थी नज़रउफ! दिल की मजबूरीओह, दुनिया का डर
Wo Bewafa Hone se Pahle
बा-अदब नाम लिया करउस शख़्स का, ए दिलवो बेवफ़ा होने से पहलेजान-ए-दिल रह चुका है
Mai Ashq HooN
उभरना मजबूरी हैछलकने से डरता हूँमै अश्क़ हूँ और मैज़ाहिर होने से डरता हूँ