घुल चुकी है
तुम्हारी आवाज़ की ख़ुशबू
इन हवाओं में
अब हम हर साँस में
तुम्हें सुन सकते हैं
Inspirational
Shri Ram
धरा गगन मन हुए प्रफुल्लित, राम उच्चारे हैंसरयू तट पर कलियुग में श्री राम पधारे हैं
लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए
ये मुमकिन है कोई ज़र्रा आफ़ताब हो जाए लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए जिसकी शख़्सियत के रुतबे फैले हैं कहकशाँ से भी आगे जिसकी आवाज़ में ज़िंदादिली है जो पहुँचती है आसमान से भी आगे भले दुनिया में… Read More ›
Balcony meiN Ration pe
एक ऊंची इमारत के खाने में रह के लगा
जैसे चाँद से दूरी अब कम हो गई है
आज जब ज़रुरत थी चांदनी की मुझे
पता चला वो बालकनी में राशन पे मिलती है
ऐ ज़िन्दगी, चल दोस्ती कर लेते हैं |
मैं तो गुज़र चुका हूँ ,
तू ही थोड़ी सी बची है,
चल तेरे गुजरने तक,
साथ साथ हँस लेते हैं |
Tere khayaaloN kii raushni mein
Tere khayaaloN kii raushni mein
mere saare andhere kho gaye
teri yaadoN kii zard dhoop se
Rang mere sunehre ho gaye
दीवारो-दर थे, छत थी वो अच्छा मकान था
कोई नहीं था ‘देवी’ गर्दिश में मेरे साथ
बस मैं, मिरा मुक़द्दर और आसमान था.
आओ चलें लहर के पार
फिर टूट गया दर्पण सजन आओं चलें बिंब के पार।
स्व – पर का भेद बढा सजन आओं चलें खुदी के पार ।।
Sounds of Silence
The world of sounds surrounds me
In the whirlpool of roaring waves
The external noises clash
With the internal sound of silence
मेरी पहचान बन गई है ग़ज़ल
अनबुझी प्यास रूह की है ग़ज़ल
खुश्क होठों की तिश्नगी है ग़ज़ल
उन दहकते से मंज़रो की क़सम
इक दहकती सी जो कही है ग़ज़ल