लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए
ये मुमकिन है कोई ज़र्रा आफ़ताब हो जाए लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए जिसकी शख़्सियत के रुतबे फैले हैं कहकशाँ से भी आगे जिसकी आवाज़ में ज़िंदादिली है जो पहुँचती है आसमान से भी आगे भले दुनिया में ज़ाहिर, सब उसके राज़ हो जाएँ लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए अदाकारी का … Read more