Ashq
वीरानों से मुहब्बत की है
तनहाइयों को जिया है मैने
हर कतरा महफ़ूज़ रखा है
कब अश्क़ बहने दिया है मैने
वीरानों से मुहब्बत की है
तनहाइयों को जिया है मैने
हर कतरा महफ़ूज़ रखा है
कब अश्क़ बहने दिया है मैने
By Dev Shrivastava
Har rasta har lamha humhe abb to suhana lagta hai,
Aise lage jaise jism mei mere to ruh banke rehta ha
Begaani mehfil mein ruswaa, pyar mera kho gayaa
wo ashq ban k beh gaii mai palkon pe reh gayaa