चाँद की बातें – Chaand Ki BaateiN
कभी चाँद की बातें होतीं हैं
कभी ज़िकर तुम्हारा होता है
यूँ ही तनहाई के अंधेरों में
गुज़र हमारा होता
कभी चाँद की बातें होतीं हैं
कभी ज़िकर तुम्हारा होता है
यूँ ही तनहाई के अंधेरों में
गुज़र हमारा होता
Raat khaamosh si aati hai, guzar jaati hai
Teri yaadon ke bojh se dabee sii jaati hai