Koi Mausam – A soul’s search

While ghazal is a very imaginative form of poetry that leaves the interpretation to the listener, we are sharing a broad meaning of the poetry so that listeners who are not conversant with language can understand the lyrics. कोई मौसम तो हो ऐसा, के मेरा दिल भी लगेकोई जंगल हो गुलों का, के मेरा दिल … Read more

Book Reviews Jo Tum Kaho

Book reviews help everyone associated with a book. From author to reader, a useful book review helps in bringing the best and worst parts of the book out in the open. The author while comes to know the mistakes and good thing they committed while writing the book, the readers or potential readers get to … Read more

गिला भी न कर सकोगे

पिघले-पिघले से लहजे में
जो तुमसे मुखातिब होता हूँ
तुम जो कुछ भी फरमाते हो
मै तुम्हारी जानिब होता हूँ
गर मै भी मनचला हो गया
गिला भी न कर सकोगे

Balcony meiN Ration pe

एक ऊंची इमारत के खाने में रह के लगा
जैसे चाँद से दूरी अब कम हो गई है
आज जब ज़रुरत थी चांदनी की मुझे
पता चला वो बालकनी में राशन पे मिलती है

शराब का जो नशा है

शराब का जो नशा है सुकून जैसा है
ये ज़िन्दगी की मुश्किलों के हल जैसा है
यकीं तो तभी होगा जब पी कर देखिएगा
ये ज़िन्दगी के शोरे में एक ग़ज़ल जैसा है