Aa Chukaa Hoon Mai
आख़िरी अश्क़ कल शब बहा चुका हूँ मैदामन की नमी को अब सुखा चुका हूँ मैअब हर सितम के बदले, फ़क़त यलगार होगाकह दो दुनिया-ए-फ़ानी से, आ चुका हूँ मै
आख़िरी अश्क़ कल शब बहा चुका हूँ मैदामन की नमी को अब सुखा चुका हूँ मैअब हर सितम के बदले, फ़क़त यलगार होगाकह दो दुनिया-ए-फ़ानी से, आ चुका हूँ मै
बा-अदब नाम लिया करउस शख़्स का, ए दिलवो बेवफ़ा होने से पहलेजान-ए-दिल रह चुका है
Na Jee Bhar Ke Dekha Na Kuch Baat Ki,
Badi Aarzoo Thi Mulakat Ki,