Taaza Gazal
मै काफ़ी जज़्बे निचोड़ लाया हूँसूखे सब सपने, तोड़ लाया हूँआँखों से भिगोकर, पलकों पे सुखाता हूँज़रा रुकिए, अभी ताज़ा ग़ज़ल सुनाता हूँ
मै काफ़ी जज़्बे निचोड़ लाया हूँसूखे सब सपने, तोड़ लाया हूँआँखों से भिगोकर, पलकों पे सुखाता हूँज़रा रुकिए, अभी ताज़ा ग़ज़ल सुनाता हूँ
While ghazal is a very imaginative form of poetry that leaves the interpretation to the listener, we are sharing a broad meaning of the poetry so that listeners who are not conversant with language can understand the lyrics. कोई मौसम तो हो ऐसा, के मेरा दिल भी लगेकोई जंगल हो गुलों का, के मेरा दिल … Read more
बहुत मुश्किल है बच पानानिगाहों के निशाने सेये अक्सर करती हैं घायलमिलने के बहाने से
बा-अदब नाम लिया करउस शख़्स का, ए दिलवो बेवफ़ा होने से पहलेजान-ए-दिल रह चुका है
तुम्हें भुलाने की हुई हमसे कोई भी दुआ नहींकोशिश नहीं की, कभी मुनासिब लगा नहींमै पूरी सच्चाई से निभा रहा हूँ उस करार कोए जान-ए-दिल जो हम में तुम में हुआ ही नहीं
तेरी आँखों के किनारेअपने सपनों की कश्ती छोड़ आया हूँतूने दिल से बेघर कियामै अपनी बसाई बस्ती छोड़ आया हूँ
उस की उजली हथेली परमेहंदी से बना एक चाँद थावहीं क़रीब में एक सितारे परमेरी आरज़ू का ख़्वाब था…