तेरी आँखों के किनारे
तेरी आँखों के किनारेअपने सपनों की कश्ती छोड़ आया हूँतूने दिल से बेघर कियामै अपनी बसाई बस्ती छोड़ आया हूँ
तेरी आँखों के किनारेअपने सपनों की कश्ती छोड़ आया हूँतूने दिल से बेघर कियामै अपनी बसाई बस्ती छोड़ आया हूँ
उस की उजली हथेली परमेहंदी से बना एक चाँद थावहीं क़रीब में एक सितारे परमेरी आरज़ू का ख़्वाब था…
मशहूर हो चुके हैंमेरे दर्द के सब अफ़सानेकोई मुझसे लिपट के रो देतो कोई हैरत नहीं
तुम मेरे ही हो जाते तो अच्छा था, मगर मर्ज़ी तुम्हारी मेरे इश्क़ के ईमां के तहत, तुम्हारी ख़ुशी ही तय हुई थी
ये मुमकिन है कोई ज़र्रा आफ़ताब हो जाए लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए जिसकी शख़्सियत के रुतबे फैले हैं कहकशाँ से भी आगे जिसकी आवाज़ में ज़िंदादिली है जो पहुँचती है आसमान से भी आगे भले दुनिया में ज़ाहिर, सब उसके राज़ हो जाएँ लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए अदाकारी का … Read more