Ek Tarfa Muhabbat
एक तरफ़ा मुहब्बत थी
फ़ैसला बाहमी क्या होता
जिसमें खारे अश्क़ मिलाये
वो दरिया चाशनी क्या होता
एक तरफ़ा मुहब्बत थी
फ़ैसला बाहमी क्या होता
जिसमें खारे अश्क़ मिलाये
वो दरिया चाशनी क्या होता
सुबहों को ओस देखिए
रातों को जुगनू ढूँढिये
शहर से छुट्टी लेकर कभी
गाँवों की गलियाँ पूछिए
Teri aankhoN ke kinaare
Apne sapnoN ki kashti chhod aaya hooN
Toone dil se beghar kiyaa
Mai apni basaayi basti chhod aaya hooN