तेरी आँखों के किनारे 12 July 2020 by Prashant V Shrivastava तेरी आँखों के किनारेअपने सपनों की कश्ती छोड़ आया हूँतूने दिल से बेघर कियामै अपनी बसाई बस्ती छोड़ आया हूँ