मै काफ़ी जज़्बे निचोड़ लाया हूँ
सूखे सब सपने, तोड़ लाया हूँ
आँखों से भिगोकर, पलकों पे सुखाता हूँ
ज़रा रुकिए, अभी ताज़ा ग़ज़ल सुनाता हूँ
Shri Ram ›
Categories: Love Shayeri
मै काफ़ी जज़्बे निचोड़ लाया हूँ
सूखे सब सपने, तोड़ लाया हूँ
आँखों से भिगोकर, पलकों पे सुखाता हूँ
ज़रा रुकिए, अभी ताज़ा ग़ज़ल सुनाता हूँ
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