Fir bhi hooN lutf meiN 20 October 2018 by Prashant V Shrivastava Prashant V Shrivastava मुद्दतों से क़ैद हूँ, इश्क़ की गिरफ्त में दर्द में हूँ हर लम्हा, फिर भी हूँ लुत्फ़ में