Ye Sach Hai…

ये सच है के कुछ दिनों सेमसरूफ़ रहा हूँ मैमगर ये ग़लत है केतुम्हें भूल गया हूँ मै..

लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए

ये मुमकिन है कोई ज़र्रा आफ़ताब हो जाए लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए जिसकी शख़्सियत के रुतबे फैले हैं कहकशाँ से भी आगे जिसकी आवाज़ में ज़िंदादिली है जो पहुँचती है आसमान से भी आगे भले दुनिया में ज़ाहिर, सब उसके राज़ हो जाएँ लेकिन नहीं मुमकिन दूसरा अमिताभ हो जाए अदाकारी का … Read more

Teri yaadoN se bojhal ye dil

हर नज़्म में रंज छलकता है
हर शेर में आँहें होती हैं
जाने क्यूँ दश्त ही चुनता हूँ
गुलों की भी राहें होतीं हैं
जैसे ज़हन में अच्छे से, ग़म घुला-घुला सा है
आँखों में अश्क़ नहीं लेकिन, धुआँ-धुआँ सा है